कवि रसायनशास्त्र विषय के समर्पित प्राध्यापक हैं जिन्होंने अपने जीवन के 43 वर्ष अध्यापन कार्य में लगाए हैं। बचपन से ही सृजनशीलता का गुण इन्हें विरासत में मिला है। कला की विभिन्न विधाओं में इनकी अभिर...ver maisकवि रसायनशास्त्र विषय के समर्पित प्राध्यापक हैं जिन्होंने अपने जीवन के 43 वर्ष अध्यापन कार्य में लगाए हैं। बचपन से ही सृजनशीलता का गुण इन्हें विरासत में मिला है। कला की विभिन्न विधाओं में इनकी अभिरुचि है। ड्राइंग, पेंटिंग, कबाड़ से सुंदर आकृतियां बनाना व पत्थरों से विभिन्न कलात्मक वस्तुएं बनाना इनका शौक है। समसामयिक व सामाजिक विषयों पर इनकी लेखनी ने काव्य रचनायें की हैं। अपनी सेवानिवृति के पश्चात ये अपना समय और काव्य सृजन में व्यतीत करने की इच्छा रखते हैं। विजय यात्रा इनका पहला प्रकाशित खण्डकाव्य है।ver menos